बी ए - एम ए >> बीए सेमेस्टर-5 पेपर-2 चित्रकला - भारतीय वास्तुकला का इतिहास-II बीए सेमेस्टर-5 पेपर-2 चित्रकला - भारतीय वास्तुकला का इतिहास-IIसरल प्रश्नोत्तर समूह
|
0 5 पाठक हैं |
बीए सेमेस्टर-5 पेपर-2 चित्रकला - भारतीय वास्तुकला का इतिहास-II - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- बहसोली शैली के इतिहास पर प्रकाश डालिए।
सम्बन्धित लघु उत्तरीय प्रश्न
1. बहसोली शैली में और किस शैली के गुण दिखाई देते है?
2. बहसोली शैली में प्रकृति चित्रण कैसा है?
उत्तर-
पहाड़ी चित्रकला शैली 17वीं और 19वीं शताब्दी के बीच बसोहली, कुल्लू, गुलेर, काँगड़ा, जम्मू और गढ़वाल जैसे पहाड़ी क्षेत्रों में विकसित हुई। इनमें से, बसोहली अपने गहरे और अत्यलंकृत निजी अंदाज के कारण, पहाड़ी शैली का पहला केंद्र बना । गुलेर शैली में महीन आरेखों और शांत रंगों के कारण, तीव्रता का प्रमाण कुछ कम हो जाता है। तत्पश्चात, जम्मू शैली का स्पष्ट वैयक्तिकरण और उसकी सरलता, अंततः काँगड़ा शैली की लयबद्ध और मनोहर चित्रकारियों में परिवर्तित हुई। फिर भी, वह बसोहली ही है जिसने पहाड़ी शैली को जन्म दिया और चित्रकला शैलियों के अन्य केंद्रों के फलने-फूलने का मार्ग प्रशस्त किया।
जम्मू क्षेत्र में स्थित एक साधारण शहर, बसोहली, पहाड़ी चित्रकारियों का उद्गम स्थल था । यहाँ लघु चित्रकारियों की एक अनूठी शैली को जन्म मिला, जिसमें पौराणिक कथाओं और पारंपरिक लोक कलाओं का मिश्रण देखा गया। संग्राम पाल (1635-1673 ई.) और तत्पश्चात कृपाल पाल (1678-1693 ई.) के शासनकाल में बसोहली चित्रकारियों का असली विकास हुआ। संग्राम पाल के शासनकाल में वैष्णववाद अपनाया गया था, जिसके कारण बसोहली की प्रारंभिक चित्रकारियाँ, जिनमें विशेष रूप से रसमंजरी श्रृंखला शामिल है, कृष्ण को नायक के रूप में दर्शाती हैं। यह पौराणिक कथाओं और प्रेम के भाव का एक चतुर संश्लेषण था, जिसने बसोहली चित्रकारियों को एक प्रयोग, इन चित्रकारियों की अनोखी विशेषताएँ थी। चेहरे की विशेषताओं; जैसे उभरी नाक और कमल के आकार की आँखों का चित्रण, इनका एक अन्य विशिष्ट भाग था।
इनमें महिलाओं की आकृतियों को उनकी पोशाकों के अनुसार तीन प्रकारों में वर्गीकृत किया जा सकता है। पुरुषों और महिलाओं, दोनों की पोशाकें मुगल या राजपूत दरबार में पहने जाने वाले कपड़ों से मेल खाती हैं। इनके वास्तुकला - संबंधी तत्व, मुगल और राजपुताना वास्तुकला की याद दिलाते हैं, जो अपनी जटिल जड़ाइयों, आलों और भव्य रूप से सुसज्जित अंदरूनी हिस्सों के लिए प्रसिद्ध थे।
बसोहली चित्रकारियों में वनस्पति का चित्रण असामान्य नहीं था । बुरुंश ( रोडोडेंड्रन) के चमकीले लाल फूल कलाकारों के सबसे पसंदीदा थे। हालांकि, आभूषणों का चित्रण इन चित्रकारियों की सबसे अनोखी विशेषता थी, जिनमें मोतियों को दर्शाने के लिए उभरते सफेद रंगों का, और पन्ना रंग दिखाने के लिए, झींगुर के पंख के आवरणों का प्रयोग किया जाता था।
कृपाल सिंह के आश्रय में, बसोहली चित्रकारियों का उत्तरवर्ती चरण परिपक्व हुआ । उनके शासनकाल के दौरान, रसमंजरी श्रृंखला में की गई वृद्धियाँ, शासक के वैष्णववादी धार्मिक संबंधों को स्पष्टता से दर्शाने के लिए चित्रित की गई थीं। इस चरण में प्रकृतिवाद की प्रमुखता के साथ-साथ, रचनाएँ अधिक परिष्कृत भी हो गई थीं। यद्यपि अभिलेखों में कलाकारों का उल्लेख दुर्लभ था, परंतु दो कलाकारों, देवीदास और मनकू को असाधारण रूप से प्रतिभाशाली माना जाता था, जिन्होंने श्रेष्ठतम कृतियों का निर्माण किया था।
हालाँकि बसोहली चित्रकारियों के उत्तरवर्ती चरण को अधिक परिष्कृत माना जाता है, इनकी पहले चरण की रचनाएँ भी उतनी ही उल्लेखनीय थीं। उत्तरवर्ती काल में मनकू द्वारा रचित 'गीत गोविंद श्रृंखला का बहुत महत्व है। बसोहली शैली 18वीं शताब्दी के मध्य तक जारी रही और अन्य शहरों में भी इसका विस्तार हुआ। यह शैली कभी भी पूरी तरह से क्षीण नहीं हुई और माना जाता है, कि इसने कला के अन्य केंद्रों को भी प्रेरित किया ।
|
- प्रश्न- पाल शैली पर एक निबन्धात्मक लेख लिखिए।
- प्रश्न- पाल शैली के मूर्तिकला, चित्रकला तथा स्थापत्य कला के बारे में आप क्या जानते है?
- प्रश्न- पाल शैली की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- पाल शैली के चित्रों की विशेषताएँ लिखिए।
- प्रश्न- अपभ्रंश चित्रकला के नामकरण तथा शैली की पूर्ण विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- पाल चित्र-शैली को संक्षेप में लिखिए।
- प्रश्न- बीकानेर स्कूल के बारे में आप क्या जानते हैं?
- प्रश्न- बीकानेर चित्रकला शैली किससे संबंधित है?
- प्रश्न- बूँदी शैली के चित्रों की विशेषताओं की सचित्र व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- राजपूत चित्र - शैली पर अपने विचार प्रकट कीजिए।
- प्रश्न- बूँदी कोटा स्कूल ऑफ मिनिएचर पेंटिंग क्या है?
- प्रश्न- बूँदी शैली के चित्रों की विशेषताएँ लिखिये।
- प्रश्न- बूँदी कला पर टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- बूँदी कला का परिचय दीजिए।
- प्रश्न- राजस्थानी शैली के विकास क्रम की चर्चा कीजिए।
- प्रश्न- राजस्थानी शैली की विषयवस्तु क्या थी?
- प्रश्न- राजस्थानी शैली के चित्रों की विशेषताएँ क्या थीं?
- प्रश्न- राजस्थानी शैली के प्रमुख बिंदु एवं केन्द्र कौन-से हैं ?
- प्रश्न- राजस्थानी उपशैलियाँ कौन-सी हैं ?
- प्रश्न- किशनगढ़ शैली पर निबन्धात्मक लेख लिखिए।
- प्रश्न- किशनगढ़ शैली के विकास एवं पृष्ठ भूमि के विषय में आप क्या जानते हैं?
- प्रश्न- 16वीं से 17वीं सदी के चित्रों में किस शैली का प्रभाव था ?
- प्रश्न- जयपुर शैली की विषय-वस्तु बतलाइए।
- प्रश्न- मेवाड़ चित्र शैली के उद्भव एवं विकास पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- किशनगढ़ चित्रकला का परिचय दीजिए।
- प्रश्न- किशनगढ़ शैली की विशेषताएँ संक्षेप में लिखिए।
- प्रश्न- मेवाड़ स्कूल ऑफ पेंटिंग पर एक लेख लिखिए।
- प्रश्न- मेवाड़ शैली के प्रसिद्ध चित्र कौन से हैं?
- प्रश्न- मेवाड़ी चित्रों का मुख्य विषय क्या था?
- प्रश्न- मेवाड़ चित्र शैली की विशेषताओं पर प्रकाश डालिए ।
- प्रश्न- मेवाड़ एवं मारवाड़ शैली के मुख्य चित्र कौन-से है?
- प्रश्न- अकबर के शासनकाल में चित्रकारी तथा कला की क्या दशा थी?
- प्रश्न- जहाँगीर प्रकृति प्रेमी था' इस कथन को सिद्ध करते हुए उत्तर दीजिए।
- प्रश्न- शाहजहाँकालीन कला के चित्र मुख्यतः किस प्रकार के थे?
- प्रश्न- शाहजहाँ के चित्रों को पाश्चात्य प्रभाव ने किस प्रकार प्रभावित किया?
- प्रश्न- जहाँगीर की चित्रकला शैली की विशेषताएँ लिखिए।
- प्रश्न- शाहजहाँ कालीन चित्रकला मुगल शैली पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- अकबरकालीन वास्तुकला के विषय में आप क्या जानते है?
- प्रश्न- जहाँगीर के चित्रों पर पड़ने वाले पाश्चात्य प्रभाव की चर्चा कीजिए ।
- प्रश्न- मुगल शैली के विकास पर एक टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- अकबर और उसकी चित्रकला के बारे में आप क्या जानते हैं?
- प्रश्न- मुगल चित्रकला शैली के सम्बन्ध में संक्षेप में लिखिए।
- प्रश्न- जहाँगीर कालीन चित्रों को विशेषताएं बतलाइए।
- प्रश्न- अकबरकालीन मुगल शैली की विशेषताएँ क्या थीं?
- प्रश्न- बहसोली चित्रों की मुख्य विषय-वस्तु क्या थी?
- प्रश्न- बसोहली शैली का विस्तार पूर्वक वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- काँगड़ा की चित्र शैली के बारे में क्या जानते हो? इसकी विषय-वस्तु पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- काँगड़ा शैली के विषय में आप क्या जानते हैं?
- प्रश्न- बहसोली शैली के इतिहास पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- बहसोली शैली के लघु चित्रों के विषय में आप क्या जानते हैं?
- प्रश्न- बसोहली चित्रकला पर अपने विचार प्रकट कीजिए।
- प्रश्न- बहसोली शैली की चित्रगत विशेषताएँ लिखिए।
- प्रश्न- कांगड़ा शैली की विषय-वस्तु किस प्रकार कीं थीं?
- प्रश्न- गढ़वाल चित्रकला पर निबंधात्मक लेख लिखते हुए, इसकी विशेषताएँ बताइए।
- प्रश्न- गढ़वाल शैली की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि की व्याख्या कीजिए ।
- प्रश्न- गढ़वाली चित्रकला शैली का विषय विन्यास क्या था ? तथा इसके प्रमुख चित्रकार कौन थे?
- प्रश्न- गढ़वाल शैली का उदय किस प्रकार हुआ ?
- प्रश्न- गढ़वाल शैली की विशेषताएँ लिखिये।
- प्रश्न- तंजावुर के मन्दिरों की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- तंजापुर पेंटिंग का परिचय दीजिए।
- प्रश्न- तंजावुर पेंटिंग की शैली किस प्रकार की थी?
- प्रश्न- तंजावुर कलाकारों का परिचय दीजिए तथा इस शैली पर किसका प्रभाव पड़ा?
- प्रश्न- तंजावुर पेंटिंग कहाँ से संबंधित है?
- प्रश्न- आधुनिक समय में तंजावुर पेंटिंग का क्या स्वरूप है?
- प्रश्न- लघु चित्रकला की तंजावुर शैली पर एक लेख लिखिए।